दोस्तों आपको बता दें कि NASA ने साल 1969 में लगातार दो बार इंसानों को चांद पर भेजा था। और यही नहीं साल 1972 आते आते NASA ने मात्र 4 साल के अंदर 6 बार इंसानों को चांद पर भेज कर इतिहास रच दिया था। इतनी जल्दी जल्दी चांद पर जाने के कारण पूरी दुनिया के वैज्ञानिकों की आंखों में चमक आ गई, और वह चांद पर बस्तियां बसाने और खुदाई करने तक के सपने देखने लगे। लेकिन फिर अचानक ऐसा क्या हुआ कि चांद पर जाने की चाहत एकदम सभी के अंदर से खत्म हो गई ? तो चलिए जानते हैं बहुत ही आसान शब्दों में।
क्या वजह है चांद पर न जाने की ?
दोस्तों आपको बता दें कि जब नील आर्मस्ट्रांग और बज एल्ड्रिन जब चंद्रमा की सतह पर घूम रहे थे उन्होंने एक ऐसा टावर देखा था जिसकी ऊंचाई लगभग 2 हज़ार KM थी। ये टॉवर एलियंस ने लगभग 2 हजार साल पहले प्रथ्वी पर नज़र रखने के लिए बनाए थे, फिलहाल इन टावरों में कोई भी नहीं है। लेकिन आपको बता दें कि NASA ने ये बात छुपाई हुई थी। इन टावरों के बारे में ही और जानकारी पाने के लिए NASA ने जल्दी जल्दी इंसानों को चांद पर भेजा। लेकिन जब आखिरी बार इंसान चांद पर पहुंचा तो वहां एलियंस आ गए और उन्होंने इंसानों को चांद पर आने से हमेशा के लिए मना कर दिया था। आपको बता दें कि Neil Armstrong ने एक इंटरव्यू में बताया था कि जब वह चांद से वापस लौट रहे थे तो अंतरिक्ष में उन्होंने का पीछा किसी बेहद टेक्नोलॉजी वाले UFO द्वारा किया गया था। साथ ही चांद पर कई चंद्र यात्रियों ने अजीबों गरीब भयानक आवाजे भी सुनी थी। हालांकि NASA ने कभी भी इस बात की पुष्टि नहीं की है। लेकिन चांद पर जाने वाले कई लोगों ने कहा है कि यहां एलियंस आते जाते हैं। और आपको बता दें कि जो एलियंस की थ्योरी पर काम करते हैं उन्होंने कहा है कि चांद अन्दर से खोखला है, जिससे ये पता चलता है कि एलियंस ने चांद के अन्दर अपना अड्डा बना रखा है। अब इस बात में कितनी सच्चाई है ये तो NASA को ही पता है। क्योंकि अब चांद पर वापस जाना किसी खतरे से खाली नहीं है। दोस्तों आपको बता दें कि इंसान 50 साल पहले ही चांद पर पहुंच चुका था और अगर वह अब तक चांद पर जाता रहता तो अब तक चांद पर अपनी कालोनी बना चुका होता।
अब कब जाएगा इंसान चांद पर ?
दोस्तों आपको बता दें कि 2019 की नेशनल स्पेस काउंसलिंग बैठक में NASA के एक प्रवक्ता ने कहा था कि इंसान को दुबारा से चांद पर भेजा जाएगा। लेकिन इसकी तैयारी करने में अभी समय लगेगा। साथ ही उनका कहना है कि 2028 तक हम इंसान को दुबारा चांद पर भेज देंगे। इनका ये बयान सामने आते ही लोगों ने कई बड़े सवाल खड़े कर दिए जैसे पहले तो लोग यूंही चांद पर आना जाना करते थे लेकिन अब चांद पर जाने के लिए इतनी तैयारी क्यों ?
NASA का क्या कहना है इस पर ?
दोस्तों आपको बता दें कि चांद पर न हवा है और न ही पानी वहां इंसानों के लिए जीना संभव नहीं है। NASA ने ये कहा था कि चांद पर कोई भी एलियंस नहीं है वहां सिर्फ इंसानों द्वारा भेजे गए समान का कचरा पड़ा है। चांद पर जाने से हमे कोई फायदा नहीं हुआ है। इसी लिए हमने चांद से मुंह मोड़ लिया है।
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