दोस्तों क्या आप में हिम्मत है 30 Crore Salary Job करने की? इस जॉब में सिर्फ आपको एक लाइट हाउस को गार्ड करना है बस ना ही वहाँ आपका कोई बॉस नहीं होगा जो आपके ऊपर नज़र रखेगा जब आप यह काम कर रहे होंगे जब दिल करे आप आराम से सो सकते हो बस आपका वह एक काम होगा लाइट हाउस को गार्ड करना और लाइट हाउस के ऊपर लगी लाइट ठीक से काम करती रहे यह देखना 30 करोड़ रुपए मिलेंगे बस एक लाइट को देखना की वो ठीक से काम करती रहे। तो चलिए आपको बताते हैं, 30 Crore Salary Job कुछ फायदे और नुकसान।
30 CRORE SALARY JOB JUMON LIGHT HOUSE
लेकिन दोस्तों अच्छी खबर यही ख़तम होती है और बुरी खबर ये है की ये 30 Crore Salary Job दुनिया की सबसे खतरनाक नौकरी है JUMON LIGHTHOUSE को गार्ड करना क्योकि ये समंद्र के बीचो बीच है इससे पहले आप लोग इस जॉब के लिए अप्लाई करो तोह ये बात भी सुन लो की आप से इधर कोई भी बंदा बात नहीं करेगा हर तरफ अकेलापन होगा और सबसे खतरनाक बात तो ये है कि इस इलाके में बहुत ज्यादा गंदे तूफ़ान आते है और जो तूफानी लहरें होती है वो टावर से 10 फ़ीट से भी ऊपर तक टकराती है इस जॉब में जान जाने का खतरा भी हो सकता है।
इस अजीब जॉब को देखने के बाद आपके दिमाग में भी यही सवाल आ रहा होगा, कि लाइटहाउस को बनाया हे क्यों गया, और ये बात क्यों जरूरी है कि लाइटहाउस की लाइट हमेशा जलती रहनी इस चीज़ के लिए आपको देखना पड़ेगा कि लाइटहाउस की शुरुआत कैसे हुई।
30 CRORE SALARY JOB JUMON LIGHT HOUSE STORY
तो ये बात है Ancient ज़माने की जब सफर करने के लिए ना रोड्स हुआ करते थे और ना ही कोई गाड़िया तो लम्बे सफर करने के लिए सबसे बेस्ट तरीका था पानी एक बंदा था जिसका नाम था कैप्टेन मर्सियस यह अपने समय का बहुत ही बड़ा सेलर था जो खतरनाक समुंदरी सफर के बारे में जाना जाता था इसके साथ इंसिडेंट होने वाला था शिप्स तो पहले ज़माने में लड़कियों की होती थी तोह एक बार कैप्टेन एक रात बहुत हे अँधेरे वाली जगह से गुज़र रहे थे पानी के निचे बड़ी-बड़ी रॉक्स थी जिससे इनकी शिप्स टकराती है शिप सुराक हो गया और वो शिप उलट भी गयी और और इनको बहुत ज्यादा नुकसान हो जाता है इस एक्सीडेंट के बाद कैप्टेन मर्सियस ने सोचा की इस प्रॉब्लम का कोई न कोई समाधान जरूर होगा जो इनको इस किस्म के खतरे से वार्न क्र सके अब ये तो हो गयी एक प्रॉब्लम।
अब बात करते है दूसरी प्रॉब्लम के बारे में जैसा कि आप लोग जानते है समुन्दर बहुत ही बड़ा है पुराने ज़माने में सेलर इस ओपन पानी में सफर करते थे तो उनको कुछ भी नहीं पता होता था कि अगली ज़मीन कितनी दूर हैं और उसका रास्ता किधर से है उस समय जीपीएस या कोई एडवांस सिस्टम तो होता नहीं था जो सेलर्स को गाइड कर सके जीपीएस का इन्वेंट हुआ था 1973 में और पब्लिक के लिए 1978 उपलब्ध था।
पुराने ज़माने में कैप्टेन अपने क्रू के साथ पैसिफिक ओशियन क्रॉस कर रहे थे तो रात में एकदम से बादल आ जाते है जिसकी वजह से सितारे छुप जाते है जिनको ये देख कर रास्ते का पता लगा रहे थे और फिर समुन्दर के इस हिस्से में बहुत तेज़ तूफ़ान आता है तो ये लोग रास्ता भटक जाते है जब जब सुबह होती है तो लोग ओपन ओशियन में गुम हो गए होते है इसी कारण से कैप्टेन क्रू के कई मेम्बर भूख प्यास से मर गए थे कैप्टेन को बहुत मुश्किल से ज़मीनी इलाका मिला था।
30 Crore Salary Job JUMON LIGHT HOUSE MAKING IDEA
अब दुनिया के सबसे पहले लाइट हाउस की शुरुआत होने वाली थी Egypt में मेडिटेरियन Sea के साथ था एंशिएंट सिटी ऑफ़ अलेक्ज़ेंड्रिया वहाँ का रूलर था फटोल म सेकंड फिलिडेफिया इसका किंगडम उस टाइम एक प्रॉपर हब था ट्रेड कल्चर के लिए लेकिन इस किंगडम के लिए सबसे मसला था इसकी लोकेशन जब वहाँ से ट्रेड करने वाली शिप तेज़ रफ़्तार से गुज़रती थी तो यह पानी के नीचे नोकदार पथरो से टकराती थी और ये शिप डूब जाती थी इनका कार्गो भी ज़ाया जो जाता था जिसकी वजह से इनके किंगडम को बहुत ज्यादा नुक्सान नुकसान हो रहा था वहाँ के राजा ने उस वक़्त के बेस्ट आर्किटेक्ट की एक टीम को बुलाया और उनसे इसके सोल्युशन के लिए मदद आर्किटेक्ट ने एक बहुत हे ज़बरदस्त प्लान बनाया एक रोशनी के बड़े से मीनार को बनाना जो शिप्स को गाइड किया करेगा और साथ ही इनको पानी की लेहरो से होने वाले खतरों से वार्न करेगा।
JUMON LIGHT HOUSE -: MORE INFO
लेकिन इनको ये नहीं पता था कि जो चीज़ ये बना रहे है वन ऑफ़ थे ग्रेटेस्ट इंजीनयरिंग मार्वल बनने वाला है एंशिएंट वर्ल्ड का दा फ़ैरोज़ ऑफ़ अलेक्ज़ेंड्रिया ऑफ़ फ़ैरोज़ के ऊपर यह लाइट हाउस चमकती हुई बुलंदियों पर पहुंच गया इसकी हाइट है 384 फीट और इसको वाइट मार्बल से बनाया गया इस लाइट हाउस के ऊपर बहुत बड़ी आग जलती थी जिसको हर वक़्त ऑयल और लकड़ी की सप्लाई मिलती रहती थी इस लाइट हाउस को एंशिएंट अजूबो में से एक भी माना गया था लेकिन सिर्फ इसके साइज की वजह से यह लाइट हाउस अमेजिंग नहीं था इसके पीछे इसका बेहतरीन डिज़ाइन भी था।
जैसे ही लाइट हाउस के बनने की बात फैलती है तो दूर के सेलर्स ने सुकून की सांस ली, यह लाइट हाउस दुनिया का पहला सेफ्टी का सिंबल बन गया था यहाँ से फिर लाइट हाउस का कॉन्सेप्ट पूरी दुनिया में फैल गया पहले तो यह लाइट हाउस समंदर के किनारो पर बना करते थे लेकिन जब वक्त के साथ-साथ दुनिया भर में ट्रेड बहुत ज्यादा शुरू हो गयी तो समंदर के बिजी ट्रेड रूट के बीच में जिधर रॉक्स पानी के ज्यादा करीब होती थी, उन जगहों पर लाइट हाउस बनना शुरू हो गए थे।
क्या आप में हिम्मत हैं 30 Crore Salary Job करने की हमे कमैंट्स में जरूर बताए।
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