आप को बता दें की बीते कुछ दिनों पहले एक अपवाहित बयान सामने आया था जिसमें मुसलमानों के पैगंबर हज़रत मुहम्मद के बारे में अपशब्द यानी नबी की शान में गुस्ताखी के बारे में उल्टा सीधा बोला गया था। आप को बता दें की ये बयान हिंदू (संत रामगिरी महाराज) के द्वारा दिया गया था इस बयान में नबी की शान में गुस्ताखी और मुसलमानों को निशाना बनाने वाली बातों का आरोप था।
अभी ये बयान सामने आया ही था की एक और मुसलमानों के खिलाफ अपवादित बयान BJP के नेता (नितेश राणे) के द्वारा सामने आया है जिसको लेकर सभी मुसलमान भड़क गए हैं जिसके चलते मुंबई में लाखों की भीड़ जमा हो रही है जिसका मकसद इन दोनों को सजा दिलवाना है।
मुंबई में लाखों की भीड़, और सबसे बड़ा आंदोलन
आप को बता दें कि ऐसे भड़काऊ बयान सामने आने के बाद भी CM ने रामगिरी महाराज और नितेश राणा के खिलाफ अभी तक कोई भी कार्यवाई नही की है जिसके कारण इन दोनों को कानून से सज़ा दिलाने के लिय AIMIM के नेता इम्तियाज़ जलील ने एक विशाल रैली निकाली हे जो महाराष्ट्र से मुंबई तक निकाली गई है इस रैली का मक़सद सिर्फ इंसाफ हे।
आप को बता दें कि देश में आय दिन मुसलमानों को लेकर ऐसे भड़काऊ बयान सामने आते रहते हैं जिसके चलते भड़काऊ बयान देने वालों पर कोई भी कार्येवाई नही की जाती जबकि संभिधान में लिखा है की अगर कोई किसी भी मज़हब के बारे में भड़काऊ या ऐसी बातें कहता है की जिससे उस मज़हब के मानने वाले लोगों को तकलीफ हो ऐसे लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए क्योंकि ऐसे बयान देश में नफरत फ़ैलाने का काम करते हैं जिससे देश की एकता पर भारी असर पड़ता है।
इम्तियाज़ जलील और असद उददीन ओवैसी मुंबई में लाखों की भीड़,
2014 में राजनिति में एंट्री लेने वाले इम्तियाज़ जलील ने AIMIM पार्टी से ओरंगाबाद के विधानसभा क्षेत्र से चुनाव जीतकर जीत हासिल की थी। आप को बताते चलें की इम्तियाज़ जलील इस वक्त बहुत ज़्यादा चर्चे में हैं। क्योंकि इनके साथ मुंबई में लाखों की भीड़ जमा हो चुकी है इन्होंने अपने एक इन्टरव्यू में कहा है की अगर भड़काऊ बयान देने वालों के साथ कोई कार्येवई नहीं की गई तो हम इस रैली को ऐसी रैली मे बदल देंगे जो भारत के इतिहास में सबसे बड़ी रैली होगी। साथ ही उन्होंने कहा है की हम इस रैली के ज़रिए किसी को भी केसा भी नुकसान पहुंचाना नहीं चाहते और ना ही मुंबई में कोई बड़ा हंगामा करेंगे। बस हमारा मक़सद CM को बताना है कि संविधान से इंसाफ हो। अगर कोई किसी भी मज़हब के बारे में नफरती बयान देता है तो कानून के अकॉर्डिंग उसे सज़ा मिलनी चाहिए। आप जानते हैं की ऐसे बयानों से नफरत पैदा होती है जो देश के हालातों को बिगाड़ देती है।
आप को बता दें की असदुद्दीन ओवैसी ने भी अपने इंस्टाग्राम पर पोस्ट की है जिसमे लिखा है कि आरहा हूं मैं मुंबई अब इम्तियाज़ जलील और असदुद्दीन ओवैसी का काफला मुंबई पहुंच रहा है आप इस बात से अंदाज़ा लगा सकते हैं की कितनी भीड़ होगी रैली में।
आखिर क्या होगा इस लाखों भीड़ से ?
मुंबई में लाखों की भीड़, क्यों है सबसे बड़ा सवाल यही है कि क्या इस विशाल रैली से संत रामगिरी महाराज और नितेश राणा को सजा मिल पाएगी। इस रैली का मक़सद सिर्फ इंसाफ है वो भी संविधान से। ना ही इस रैली से किसी को परेशान किया जाएगा और ना ही कनोनी दायरों को तोड़ा जाएगा ये रैली सिर्फ इंसाफ चाहती है।
अब आप बताइए क्या किसी के मज़हब के बारे में अपशब्द बोलने वाले लोगों के खिलाफ कार्यवाई की जानी चाहिए या नहीं हमारे संविधान में लिखा है कि कोई भी व्यक्ति किसी भी मज़हब के बारे में अपशब्द बोलता है तो वो सज़ा का हकदार है। जबकी अभी तक CM ने उन लोगों पर कोई कार्यवाई नही की है जिससे देश में नफरत का माहोल बनता जा रहा है।
क्या आप की नजर में ये सब ठीक है ?
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