लिंग पर ज़्यादा दबाव डालने से सेक्सुअल सेंसिटिविटी कम हो सकती है.

रोज़ाना हस्तमैथुन करने से थकान, कमज़ोरी, शीघ्रपतन जैसी समस्याएं हो सकती हैं

हस्तमैथुन करने से व्यवहार में बदलाव आ सकते हैं, जैसे कि पार्टनर के साथ सेक्स पर खुलकर बात न कर पाना.

रोज़ाना हस्तमैथुन करने से कमज़ोरी और शीघ्र स्खलन हो सकता है.

हफ़्ते में पांच बार से ज़्यादा हस्तमैथुन करने से प्रोस्टेट कैंसर का खतरा बढ़ सकता है